नारी शक्ति

आग पर चल कर दूसरों को ठंडक देती है,
असीम दर्द सहकर जीवन को जन्म देती है,
पुरूष को हर रूप में प्यार का संबल देती है,
जीवन संध्या में हर पल उम्मीद की रौशनी देती है....
देना जिसका स्वभाव है उसे दुनिया क्या देती है...
ले ले के थक जाती है दुनिया पर वो दे कर नही थकती...
आओ उसे दें सम्मान की ,खुशी की जिंदगी
वो भी जी सके जीवन को शान सें.....
आप सब को महिला दिवस की शुभकामना....

12 टिप्पणियाँ:

Randhir Singh Suman ने कहा…

आओ उसे दें सम्मान की ,खुशी की जिंदगी

Meher Nutrition ने कहा…

माँ, बेटी, बहन, पत्नी, पुत्री....न जाने किस किस रूप में स्नेह पाया, धन्यवाद देना काफी नहीं, कभी नहीं...

सादर्

kshama ने कहा…

Aapke saath shamil hun!

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' ने कहा…

असीम दर्द सहकर जीवन को जन्म देती है,
पुरूष को हर रूप में प्यार का संबल देती है,
जीवन संध्या में हर पल उम्मीद की रौशनी देती है....

शानदार रचना...
महिला दिवस की शुभकामनाएं

Sanjeet Tripathi ने कहा…

shubhkamnayein

Udan Tashtari ने कहा…

बढ़िया रचना..


विश्व की सभी महिलायों को अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.

Crazy Codes ने कहा…

happy woman's day...

कौशल तिवारी 'मयूख' ने कहा…

हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई

बोलती खामोशी ने कहा…

मन की बातें..मन तक पहुंचे..मन ही समझे..मन ही जाने..ढेर सारी शुभकामनाएं

Amit K Sagar ने कहा…

इस शुरुआत पर तमाम शुभकामनाएं.
जारी रहें.

[उल्टा तीर]

बेनामी ने कहा…

महिला दिवस पर बधाई
महिलाए आदी काल से ही पुज्यनीय है
मगर सोचना होगा की कलावती को ईस आरक्षण से क्या लाभ होगा
मेरी समझ मे तो कुछ नहीं आ रहा ?

Unknown ने कहा…

कविता बहुत सार्थक और सुन्दर है.

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