समय
कुछ अपनी...
सवालों का लेखा जोखा
हम भी हैं साथ
- ABP News
- Adhinath
- Gaurav
- Madhu chaurasia, journalist
- Mediapatia
- Narendra Jijhontiya
- Rajesh Raj
- Shireesh C Mishra
- Sitanshu
- Unknown
- ज्योति सिंह
- निलेश
- निशांत बिसेन
- पुनीत पाठक
- प्रज्ञा
- प्रवीन कुमार गुप्ता
- बोलती खामोशी
- मन की बातें
- महेश मेवाड़ा
- राज किशोर झा
- राजीव कुमार
- शरदिंदु शेखर
- सवाल आपका है...
- हितेश व्यास
- 'मैं'
- abhishek
- ahsaas
- avinash
- dharmendra
- fursat ke pal
- khandarbar
- manish
- monika
- naveen singh
- news zee
- praveen
- ruya
- shailendra
- sourabh jain
- star jain
- swetachetna
- vikrant
ये कैसे डॉक्टर?
हिन्दी हुई बेगानी
Filhaal bandhe hain hath.
Aaj Raipur chhore 1 mahina ho gaya, bahut si yaadein hain... bahut si baatein hain, jinhe shabd dene hain. Lekin kambakhat font support nahi kar raha hai, lihaza likhne se hath bandhe hai. Koshish karunga jald kuch linkhu. Aap sabhi bahut yaad aate hain.
Hamesha aapka,
NISHANT BISEN
Vacuum मतलब 'बाप की ट्रेन'
मीडिया है कमाल
उन्हें रहता है अक्सर खबरों का ही मलाल
सुबह-शाम, उठते-बैठते हर वक्त
उन्हें आते हैं खबरों के ही सपने
जितनी भी खबरें दो उनके आगे परस
एक बार में जाते हैं वो गटक
थोड़ी देर में खबरें हो जाती है...हजम
और फिर से करते हैं...खबरों का ही महाजाप
पत्रकार करते हैं खबरों का पोस्टमार्टम
ऐंकर करते हैं पोस्टमर्टम रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार’’
और हर मीडिया हाउस की है ऐसी ही सरकार''
नोट: इस कविता के सभी पात्र काल्पनिक हैं...इसका किसी व्यक्ति विशेष से कोई सरोकार नहीं...ये मात्र भावों की अभिव्यक्ति है..अतः इसका गलत अर्थ न लगाएं
क्या नाम दूं?
मैं क्या नाम दूं...?
कभी धूप कहूं कभी छांव कहूं
कभी सैलाबों का नाम मैं दूं
कभी शोर कहूं...कभी मौन कहूं
कभी खामोशी का जाम कहूं....
कभी गम की शाम कहूं
तो कभी इठलाती मुस्कान कहूं
कभी खुशियों का पैगाम कहूं
या जीवन का संग्राम कहूं!
मेरी आवाज़ 'इंक़लाब'
बग़ावत का झंडा बुलंद कर, आवाज़ अपनी उठा
कर अपना सर ऊंचा, एक चीख़ ऐसी लगा
हिल जाएं हुकूमत की जड़ें, आंधियां भी चल पड़ें
तू भूखा रह और भूखा ही आगे बढ़
कुछ खाया तूने तो तुझे नींद आ जाएगी
और आंखें बंद की तो आवाज़ भी खो जाएगी
जागना है तुझको, औरों को भी जगाना है
शायद इस बार इंक़लाब तुझे ही लाना है
ज़िंदाबाद, ज़िंदाबाद के नारे बहुत लगा लिए तूने
अब तुझे कुछ कर दिखाना होगा
ना उम्मीदी के सूरज को डुबाकर
तुझे चलना है उस पश्चिम की तरफ
जहां डूबी हुई उम्मीदें हैं...........
तुझे भी डूबना होगा इन्हीं उम्मीदों के लिए
एक नए कल के लिए...
सूरज फिर से निकलेगा, पंछी फिर से गाएंगे
एक नया घर, गांव, प्रदेश, एक नया देश हम बसाएंगे
वो देश जहां खुशहाली हो, हरियाली हो
वो देश जहां हर कंधे पर जिम्मेदारी हो...
आओ मिलकर फिर से एक सवेरा लाएं...
दर्द, भूख, बीमारी, गरीबी हर अंधकार को दूर भगाएं...
आओ मिलकर हम अपनी आवाज़ उठाएं...
शिक्षक दिवस से टीचर्स डे तक...डे ने किया डंडा !
पहचान छीन लेता है...
कोई पल भर में सारे एहसान छीन लेता है
हंसते हैं कम कुछ पल के लिए अगर
तो कोई पल भर में सारी मुस्तान छीन लेता है
रेत पर हम बड़े अरमानों से बनाते हैं घरौंदा
लेकिन एक तूफान हमारे सारे अरमान छीन लेता है
हमारी सदियों की मेहनत को कोई...
बस यूं ही... हंस कर कोई सरेआम छीन लेता है
तारीख़
Share it
हम साथ साथ हैं
हमराही
Labels
- 2 जनवरी 2011 (1)
- 23 दिसंबर 2011 (1)
- 25 अप्रैल 2011 (1)
- अन्ना (1)
- अपनी खुशी पर भी दें ध्यान (1)
- अबला या सबला? (1)
- अभिषेक मनु सिंघवी (1)
- अर्थ (1)
- आंदोलन (1)
- आखिर कब तक ? (1)
- इडियट (1)
- इस्तीफा (1)
- उदासीनता (1)
- एक पल अनोखा सा (1)
- औरत (1)
- कविता (1)
- कांग्रेस (2)
- कैसे बचाएं लड़कियों को ? (1)
- खसरा (1)
- गरीबी (1)
- गांव (1)
- गीतिका (1)
- गोपाल कांडा (1)
- चिराग पासवान (1)
- छत्तीसगढ़ (1)
- जिंदगीं खतरे में (1)
- जी न्यूज (1)
- जीत (1)
- जीत अस्तित्व की (1)
- ज्योति सिंह (1)
- टीका (1)
- ट्रेन (1)
- डिंपल यादव (1)
- तीर (1)
- दीपावली की शुभकामनाएं (1)
- देश (1)
- नक्शा (1)
- नक्सली (2)
- नरेंद्र जिझौंतिया (3)
- नरेंद्र तोमर का स्वागत गोलियों से (1)
- नारी शक्ति (1)
- निशांत (3)
- नीतीश कुमार (1)
- पंडा (1)
- प्यार या सौदेबाजी (1)
- प्रज्ञा प्रसाद (8)
- फना (1)
- फिल्म (2)
- फेरबदल (1)
- बंगला (1)
- बच्चे (1)
- बसपा (1)
- बापू (1)
- बाल नक्सली (1)
- बिहार (2)
- बॉलीवुड (1)
- भंवरी (1)
- भगदड़ (1)
- भाजपा (3)
- भारत (1)
- भूख (1)
- मंत्रिमंडल (1)
- मक़सूद (4)
- मजबूरी (1)
- मदेरणा (1)
- मधु (1)
- मधु चौरसिया (3)
- मनमोहन सिंह (2)
- ममता बनर्जी (1)
- महंगाई (1)
- महिला (1)
- मां तुमसा कोई नहीं (1)
- मायावती (2)
- मुन्नी (1)
- मूर्ति (1)
- मेरे दिल से (2)
- मॉडल (1)
- मोहन दास करमचंद गांधी (1)
- मोहब्बत (1)
- यश चोपड़ा (1)
- यादें (2)
- युवा पीढ़ी (1)
- ये कैसा रिश्ता ? (1)
- ये कैसी प्यास? (1)
- रंजीत कुमार (1)
- राज किशोर झा (1)
- राजनीति (11)
- राजीव (1)
- राजीव कुमार (7)
- राजेश खन्ना (1)
- राहुल (1)
- राहुल महाजन की शादी (1)
- रेल बजट (2)
- रेलवे (1)
- रॉ वन (1)
- रोमल (6)
- रोमल भावसार (1)
- लब (1)
- लाशों (1)
- लिव इन रिलेशनशिप (1)
- विचार (1)
- विजय दिवस (1)
- विदाई (1)
- विधायक (1)
- वैक्युम (1)
- व्यंग्य (1)
- शर्म (1)
- शहीद (1)
- श्रद्धांजलि (2)
- संसद हमला (1)
- सच (1)
- समाज (2)
- सवाल संस्कृति का है (1)
- साज़िश (1)
- सानिया (1)
- सियासत (1)
- सीडी (1)
- सीधी बात (6)
- सुषमा स्वराज (1)
- सुसाइड (1)
- सेक्स (1)
- सेना (1)
- सेना और खत (1)
- सोनिया (1)
- स्ट्रॉस (1)
- हेडली (1)
- chirag (1)
- cycle (1)
- father (1)
- hitesh (1)
- ICC Worldcup (1)
- manish (1)
- nitish (1)
- Ponting (1)
- Sachin (1)
- www.fifthangle.com (1)