'आओ इतिहास बनाएं'


नई उम्मीदें, नया मुकाम

कुछ ऐसा ही है, 2011 का पैगाम

कुछ पाना है, तो कुछ खोना

कभी हंसना है, तो कभी रोना

करेंगे हर मुमकिन सफर तय

भरेंगे हौसलों की ऊंची उड़ान

मुश्किलें कैसी भी आएं

बनाएंगे अपनी एक अलग पहचान

न घबराएंगे चुनौतियों से

टकराएंगे हर चट्टानों से

बीते साल से खुशियां चुराके

नए साल में रंग भर दें

आओ मिलकर एक बार फिर, नए साल को

हम ऐतिहासिक कर दें।।

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